|
Is hiring private detective Agency legal in India?
|
Is hiring a private detective Agency legal in India?- क्या इंडिया में
प्राइवेट डिटेक्टिव को hire करना कानूनी हैं
अथवा नहीं? यह प्रश्न उन सभी लोगों
के mind में हर समय घूमता रहता
हैं, जिन्हे किसी प्राइवेट
डिटेक्टिव की जरुरत होती हैं|
इंडिया में
प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसी अथवा प्राइवेट इन्वेस्टीगेशन को भले ही सरकारी मान्यता
ना हो| परन्तु उसके द्वारा दी गई
report और सबूत 100% कानूनी तौर पर मान्य हैं| जिसका की court में अभाव होता हैं| सबूत के अभाव की वजह से cases सालों दर सालो
कोर्ट में लटके रहते है|
Is hiring a private detective Agency legal in India, सिर्फ एक Detective Agency ही वह जरिया हैं, जो इन सबूतों को एकत्रित कर कोर्ट और कानून की
मदद करते हैं|
तो फिर क्या वजह
है, कि Private Detective Agency को आज तक सरकार के
संरक्षण प्राप्त नहीं हैं?
एक Detective
Agency का कार्य पूर्णरूप से
गुप्त होता है, साथ ही वह इन
बातों पर भी निर्भर करता हैं, कि उसे पूरी तरह
से गोपनीय रखा जाये| जोकि एक private
detective के कार्य का आधार होता हैं| एक detective किसी कीमत पर भी अपने राज किसी के सामने नहीं लाता हैं, यही एक वजह हैं, वह सबसे अलग हैं|
अब बात करे कि India
में Is hiring private detective Agency legal in India? in Hindi?
एक प्राइवेट Detective
Agency का कार्य पूरी तरह से
गोपनीय होता हैं| वह जब किसी की information
को प्राप्त करता हैं, तो निःदेह उसकी वजह से उस व्यक्ति को भारी नुकसान उठाना
पड़ता हैं| क्योकि वह व्यक्ति इस information
को दुनिया से इसलिए छुपाकर रख रहा था, क्योकि वह information उसकी सही व्यक्तित्व के बारे में जानकारी दे रही हैं|
वह यह अच्छी तरह से जनता हैं| अगर यह information court अथवा police तक पहोच गई तो उसे उसकी भरी कीमत चुकानी पड़ सकती हैं|
अब यहाँ एक Private
investigator legal और illegal
की लड़ाई में शामिल होता हैं|
अगर किसी वजह से
प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर इस information को निकालने में विफल हो जाता हैं, और subject द्वारा पकड़ा जाता
हैं, तो उसे पूर्णरूप से
अपराधी घोषित कर दिया जाता हैं| यह जानते हुए भी
की, वह इस व्यक्ति की आपराधिक
व्यक्तित्व को उजागर करने में संलग्न हैं|
Police और कानून अपने
दायरे में बधे हुए हैं, और सब कुछ जानते
हुए भी उसपर कार्यवाही की जाती हैं, क्योकि इंडिया में निजी जिंदगी का अधिकार सभी को प्राप्त हैं| उसमे हस्तक्षेप करना कानूनी अपराध माना जाता
हैं| परन्तु इसी निजिता के
अधिकार से सबूतों का अभाव पैदा होता हैं| और सबकुछ जानते हुए भी एक मुज़रिम कनून के हाथों से बच निकलता हैं|
परन्तु ऐसा नहीं
हैं| India में हजारों Private Detective Agency active हैं, जो अपने कार्य को पूरी ईमानदारी से निभा रही
हैं| उनका कार्य पूरी तरह से
सराहनीय हैं, क्योकि वह अच्छी
तरह से जानते हैं, कि हमें अपने
भारत को अपराधमुक्त बनाना हैं, चाहे इसके लिए इन
परिस्थियों का ही सामना क्यों न करना पड़े|
Private Investigators और उनका कार्य
करने का तरीका|
एक private
investigator, technically पूरी तरह से
निपुड़ होने के बाद ही field में भेजा जाता हैं|
उसे हर परिश्थिति का अच्छी तरह से ज्ञान होता
हैं, और हर परिश्थिति से
निपटने की उसे training प्राप्त होती हैं|
अगर फील्ड में एक
प्राइवेट investigator का मुकाबला हम एक
आम इंसान से करे तो १:१० के बराबर होगी| जो बात private detective एक पल में सोच कर
apply कर देता हैं| वह किसी आम इंसान के लिए एक हफ्ते हे भी संभव
नहीं|
एक Private
Detective सरकारी संरक्षण के अभाव
के बाबजूद सफतापूर्वक कर कर रहे हैं| और हजारों की तादात cases को सफलतापूर्वक
हल क्या हैं| एक private
Detective का कार्य उन बातो को
उजागर करना हैं, जिन बातों से police
अथवा प्रसाशन की आँखों में धुल झोकि जा रही हैं|
फिर उसे संरक्षण
प्राप्त हो अथवा नहीं इस बात से क्या फर्क पड़ता हैं| एक Private
Detective को कौन hire करता हैं?
ज्यादातर cases
पीड़ित द्वारा private detective को दिए जाते हैं| जिसमे वह पीड़ित (Client) उन बातों का खुलासा करना चाहता हैं, जिससे वह पीड़ित है| प्राइवेट
डिटेक्टिव से ज्यादातर मामले, झूठ को उजागर
करने से सम्बंधित होते हैं| जिसमे कोई
व्यक्ति किसी को, police को, अथवा court को गुमराह कर रह रहा हो|
एक private detective का कार्य सिर्फ झूठ से पर्दा उठाकर सच को सामने लेन भर का
हैं| इसके लिए उसे प्रशासन
अथवा police किसी भी category
में रखे, उसे कोई फर्क नहीं पड़ता|
0 comments:
Post a Comment